सत्य को ही 'सत्य' कहने के लिए ,
मैं अदालत में लिए गीता खड़ा !
झूठ के तो हर तरफ ही पाँव हैं
सत्य बेचारा बना 'तनहा 'खड़ा !
जुबान जिनको थी वो तो चली अपनी ही तरह
वो सत्य था की जो भौचक रहा पत्थर की तरह !
मैं अदालत में लिए गीता खड़ा !
झूठ के तो हर तरफ ही पाँव हैं
सत्य बेचारा बना 'तनहा 'खड़ा !
जुबान जिनको थी वो तो चली अपनी ही तरह
वो सत्य था की जो भौचक रहा पत्थर की तरह !