गुरुवार, 13 नवंबर 2014

सोच कर देखो

सोच कर देखो -
१ -सत्य की राह थोड़ी मुश्किल है पर भीड़ कम है !
इस राह पर चलकर देखो जल्दी नंबर आएगा !
२ - मैं अपेक्षा करती हूँ अपनों से -
अगर कोई बात खराब लगे मेरी ,कोई कमी दिखे मुझमे 
तो औरों  से कहने से पहले मुझे कहना ,मेरी कमी पहले मुझे 
बताना !
३ - जीवन में जो मैंने खोया अपनी अज्ञानता से खोया ,
     पर जो कुछ मैंने पाया वो तेरी कृपा से !
४ - कभी रूठ कर देखो कौन तुम्हे मनाता है -वही तुम्हारा अपना है !
५ - मेरा  मानना  हैं दर्द हमें बहुत कुछ देता है ,सिखाता है। 
     दर्द में भी एक नाम  और यश छिपा है !
६ -ज्ञान और विज्ञानं हम सब जानते हैं पर एक जो आत्मज्ञान होता है उसे कहतें हैं -
    प्रज्ञान ! यह विद्या और अविद्या से परे  है यह सम्पूर्ण समर्पित भक्ति से प्राप्त होता है !
    इसकी एक मिसाल है -महाकवि कालीदास ने  बादलों पर प्रेमिका का जो चित्र खींचा !