कुछ लोग समझते हैं जैसे सब धर्म हैं उसी तरह हिन्दू भी एक धर्म है |
पर ऐसा बिलकुल नहीं हैं हिन्दू धर्म ज्ञान का भंडार हैं और सबसे बड़ी बात
यह धर्म हमे अपने विचार रखने ,सवाल पूछने और सवाल करने की पूरी -पूरी छूट देता है |
हमारे ग्रंथ और वेद इंसान को परिष्कृत बनाने की बात करते हैं इसलिए इसलिए हम कह सकते
हैं परिष्कृत इंसान ही सनातनी है |
खुद को हम किस प्रकार जागृत करें यह उपाय हमे सनातन धर्म ही बताता है सनातन धर्म मे अपार ताकत है ,
अनंत शक्तियां हैं |
एक जागा हुआ इंसान अपनी संकल्प शक्ति से सब कुछ कर सकता है |हमारा ढ्रर्म लकीरों पर यह निरंतर सत्य
पर आधारित रहा ओर आगे भी रहेगा | सनातन धर्म जीवन का संविधान है, यह खुद की उन्नति के लिए
परिवर्तन को मान्यता देता रहा है |
सनातन धर्म को माने वाला इंसान से देव भी बन जाता है |