मंगलवार, 11 सितंबर 2012

9/11/2001

इस भयानक त्रासदी को 11वर्ष  बीत गए !  हर वर्ष यह तारीख जैसे एक घाव को फिर  से दर्द देती है !
पूरी शान से खड़ा  ट्विन टावर  /सितम्बर की एक ताज़ी खुशनुमा सुबह !
9बजे चार विमान अमेरिका के आसमान पर ,
अज्ञात है उसे देखने वाले की क्या हो रहा है
बहत्तरवीं मंजिल से टकराया एक /कुछ ही मिनट दूसरा विमान टकराया
दुसरे टावर से !
ओह ! सब तरफ धुआँ, काला अँधेरा, चीखते, भागते लोग
हर कोई हताश, स्तब्ध, छितरे मानव अंग
भयानक !अबतक का सबसे भयानक और  घृणित आतंक !
लग रहा था! जब दुनिया की बड़ी ताकत नहीं बच पा रही है
तो फिर कौन सुरक्षित  है ?
पूरी दुनिया आश्चर्य में थी
विशाल टावर सूखे पत्ते की तरह जल रहा था
तभी !कुछ ही मिनट बाद
पेंटागन  की बेमिसाल इमारत
जो उपर  से स्टार की तरह दिखती है ,
मानो धरती का तारा हो
9.37 पर पश्चिमी हिस्से में तेजी से एक विमान घुसा
निचली मंजिल पर 23मीटर तक आग ही आग
पर पेंटागन के अन्य  हिस्सों में काम नहीं रुका
ओह !आह !ये क्या हुआ
जानलेवा  हालत /अकल्पनीय /अविश्वसनीय
रोती मानवता !!!
एक दशक बाद ,अपने निशा से भी मिटा आतंकी
'सील ' को सलाम !
इस हादसे में दुनिया के हर देश के लोग मारे गए
हिन्दुस्तान के भी !











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